कॉंग्रेस कार्यकारिणी में गहलोत समर्थकों का दबदबा, पायलेट समर्थकों को 25 प्रतिशत पद
जयपुर. राजस्थान कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित कार्यकारिणी (State congress executive) आखिरकार बुधवार रात को घोषित कर दी गई. प्रदेश कार्यकारिणी में 7 उपाध्यक्ष, 8 महासचिव और 24 प्रदेश सचिव नियुक्त किए गए हैं. प्रदेश कांग्रेस की इस कार्यकारिणी का लम्बे समय से इंतजार था. गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) के पिछ्ले साल 14 जुलाई को प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद अब उनके टीम की घोषणा हुई है. कार्यकारिणी में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के समर्थकों का दबदबा रहा है. कार्यकारिणी के 25 फीसदी यानी 9 पद सचिन पायलट (Sachin Pilot ) समर्थकों को दिए गए हैं.
सचिन के साथ बगावत करने करने वाले तीन विधायकों को महासचिव बनाया गया है.
जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी के अंदरुनी समीकरण साधने की कवायद में 11 विधायकों को संगठन में जगह दी गई है. संगठन में एक भी मंत्री को जगह नहीं दी गई है. विधायक का चुनाव हार चुके 6 नेताओं और 5 पूर्व विधायकों को जगह दी गई है.
पायलट समर्थक इन नेताओं को मिली जगह
सचिन पायलट नई कार्यकारिणी में अपने समर्थकों को अच्छे पद दिलाने में कामयाब रहे हैं. कार्यकारिणी में 25 फीसदी पायलट समर्थक नेताओं को जगह दी गई है. पायलट समर्थक राजेन्द्र चौधरी को उपाध्यक्ष बनाया गया है. महासचिवों में तीन और सचिवों में पांच नाम ऐसे हैं जो सचिन पायलट के कट्टर समर्थकों में गिने जाते हैं. पायलट के साथ बगावत कर गए तीन विधायकों जीआर खटाणा, राकेश पारीक और वेद सोलंकी को प्रदेश कार्यकारिणी में महासचिव बनाया गया है. कार्यकारिणी में कांग्रेस की खेमेबंदी को साधने की पूरी कोशिश की गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट के खेमों के बीच संतुलन बनाने का प्रयास किया गया है.कार्यकारिणी के विस्तार की संभावना
अब तक की बनती आई कांग्रेस कार्यकारिणियों के मुकाबले इस बार घोषित की गई कार्यकारिणी काफी छोटी है. इसमें प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कुल 40 पदाधिकारी हैं. इनमें सात उपाध्यक्ष, आठ महासचिव और 24 सचिव हैं. हालांकि, कुछ समय बाद कार्यकारिणी का विस्तार होने की बात भी कही जा रही है. सचिवों में ज्यादातर युवाओं को मौका दिया गया है. जबकि उपाध्यक्ष और महासचिव पद पर वरिष्ठ नेताओं को मौका दिया गया है.