गुजरात मे प्रतिदिन 16 लाख लोगों को लगेगा कोरोना का टीका
अहमदाबाद. गुजरात में आने वाला नया साल २०२१ नई खुश खबरी लेकर आने वाला है। कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलते ही गुजरात में प्रतिदिन 16 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। ऐसा आयोजन सरकार ने किया हुआ है। इसके लिए गुजरात सरकार ने राज्य में 16 हजार लोगों को वैक्सीन देने का प्रशिक्षण दिया है। प्रतिदिन एक सेंटर पर 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
यह जानकारी राज्य की स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त सचिव डॉ जयंती रवि ने संवाददाताओं को सोमवार को दी।
उन्होंने बताया कि गुजरात में सोमवार और मंगलवार को दो दिन वैक्सीन देने की तैयारियों को परखा जाएगा। देश के चार राज्यों में गुजरात का भी चयन हुआ है। गुजरात में गांधीनगर के अलावा राजकोट में ड्राय रन (मॉकड्रिल) किया जा रहा है। गांधीनगर और राजकोट दोनों ही जिलों में वैक्सीनेशन के लिए 1९ सेशन साइट निर्धारित की गई हैं।
ड्राय रन के तहत टीकाकरण का आयोजन, उसका क्रियान्वयन, रिपोर्टिंग की प्रक्रिया का परीक्षण किया जा रहा है। इतना ही नहीं टीकाकरण के वास्तविक अमल से पहले इसकी चुनौतियों को परखा जा रहा है ताकि उसका हल निकाला जा सके। ड्राय रन के लिए प्रत्येक सेशन साइट पर २५ लाभार्थियों को मिलाकर कुल ४७५ लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित की गई है। प्रत्येक सेशन साइट पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों के अलावा, यूएनडीपी, यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ की ओर से भी मॉनीटरिंग की जा रही है। ट्रायल के दौरान फीडबैक तैयार किया जाएगा और उसे भारत सरकार को भेजा जाएगा।
ये हैं टास्क फोर्स के सदस्य
कोरोना वैक्सीन लोगों को देने के लिए राज्य में चार डॉक्टरों की एक स्पेशल टास्क फोर्स तैयार की गई है। इसमें पीडियाट्रिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ नवीन ठाकर, बालरोग विशेषज्ञ डॉ निश्चल भट्ट, इम्युनोलॉजिस्ट डॉ सपना पंड्या, जामनगर गुरु गोविंद सिंह कॉलेज के विभाग अध्यक्ष डॉ भद्रेस व्यास शामिल हैं।
वैक्सीन के लिए कराना होगा एडवांस रजिस्ट्रेशन
जयंती रवि ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के लिए लोगों को एडवांस में रजिस्ट्रेशन कराना होगा। लाभाॢर्थयों के लिए मॉड्यूल तैयारकिया गया है। वैक्सीन का डोज सप्ताह में दो बार और 14 दिनों के अंतराल पर लेना होगा। वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है। जिसमें मास्क पहनना, सेनिटाइजर का समय पर उपयोग करना शामिल है।
५० साल से अधिक आयु के १.५० करोड़ की पहचान
जयंती रवि ने बताया कि राज्य में ६.३ लाख फ्रंटलाइन वर्कर, ५०साल से ज्यादा आयु के १.३ करोड़ लोग की जानकारी एकत्र की गई है। अन्य बीमारियों से ग्रसित ५० साल से कम आयु के २.६८ लाख लोगों का भी ब्यौरा एकत्र किया गया है।