इंडोनेशिया ने ज्वालामुखी फटा, 2800 लोगों को हटाया, कई उड़ाने रद्द
पूर्वी इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटने से कई लोग प्रभावित हो गए हैं और आपातकालीन स्थिति में कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार ज्वालामुखी विस्फोट के बाद पूर्वी इंडोनेशिया में करीब 2800 लोगों को प्रभावित इलाके से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। ज्वालमुखी विस्फोट के बाद राख का स्तंभ आसमान में 4000 मीटर (13,120 फीट) की ऊंचाई तक देखा जा रहा है। घटनास्थल के आस-पास के 20 से ज्यादा गांवों से तकरीबन 2800 लोगों को निकाला सुरक्षित स्थानों पहुंचाया जा चुका है और अभी भी लोगों की निकासी का काम चल रहा है। यहां कई गांव इस ज्वालामुखी विस्फोट के कारण प्रभावित हुए हैं।
इंडोनेशिया में डिजास्टर मिटिगेशन एजेंसी के प्रवक्ता रेडिटी जाति ने बताया कि पूर्वी नूसा तेंगारा प्रांत के लेम्बाटा द्वीप पर स्थित माउंट इली लेवोटोलोक की ढलान से कम से कम 28 गांवों के करीब 2,800 लोगों को निकाला गया है। रेडिटी जाति ने बताया कि ज्वालामुखी विस्फोट के कारण अभी तक किसी व्यक्ति के मारे जाने या घायल होने का मामला सामने नहीं आया है। यहां स्थानीय प्रशासन जानवरों व पालतू पशुओं को भी बचाने का प्रयास कर रहा है।
सुरक्षा के लिहाज से इंडोनेशिया के परिवहन मंत्रालय ने कहा कि विस्फोट के बाद उड़ानों को लेकर चेतावनी जारी की गई थी और द्वीप के एक स्थानीय हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है। साथ ही इस रूट पर कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी प्रभावित हुई है। साथ ही कई फ्लाइट रद्द हो जाने के कारण अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यात्री परेशान होते दिखाई दिए।