कोरोना ने ली क्लोनिंग के महारथी पद्मश्री अर्जुन प्रजापति की जान
जयपुर: प्रसिद्ध मूर्तिकार पद्मश्री अर्जुन प्रजापति (Arjun Prajapati) का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया है. अर्जुन प्रजापति ‘क्लोनिंग के महारथी’ कहे जाते थे. उनके द्वारा बनवाया गया ‘माटी मानस’ राजस्थान का पहला मूर्ति शिल्प संग्रहालय है. अर्जुन के निधन की खबर से विश्व के कला प्रेमियों में मायूसी है.
अशोक गहलोत ने ट्वीट कर खेद जताया
अर्जुन प्रजापति के निधन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने ट्वीट कर खेद जताया. सीएम ने लिखा, ‘सुप्रसिद्ध मूर्तिकार, पद्मश्री सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित श्री अर्जुन प्रजापति के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. जयपुर, राजस्थान के श्री प्रजापति ने मूर्तिकला को नए आयाम दिये एवं प्रदेश का मान देश-दुनिया में बढ़ाया.’
सुप्रसिद्ध मूर्तिकार, पद्मश्री सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित श्री अर्जुन प्रजापति के असामयिक निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। जयपुर, राजस्थान के श्री प्रजापति ने मूर्तिकला को नए आयाम दिये एवं प्रदेश का मान देश-दुनिया में बढ़ाया।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 12, 2020
गौरतलब है की अर्जुन प्रजापति जी का मोमासर से विशेष लगाव था। जब भी गांव से संबंधित कोई भी काम होता तो वे सबसे पहले खड़े होते। मोमासर में ब्वॉयज स्कूल में टैगोर की मूर्ति तथा गर्ल्स स्कूल में महात्मा गांधी की मूर्ति स्वयं बनाकर निशुल्क लगाना उनका गांव के प्रति बेहद लगाव दर्शाता है।
वे पद्मश्री थे और राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध मूर्तिकार थे। अमेरिका के राष्ट्रपति से लेकर भारत के राष्ट्रपति भवन तक उनकी कला का सम्मान किया गया। देश के समकालीन सभी धर्मों के संत महात्माओं का उनके ऊपर आशीर्वाद था। बॉलीवुड का ऐसा कोई एक्टर नहीं होगा जो उनके जयपुर स्थित वर्कशॉप में नहीं आया हो।
वर्तमान में वे राम मंदिर, अय्योधा जी के लिए मूर्तियां बनाने में लगे हुए थे।
कोरोना बीमारी अब सब जगह फेल गई है। अर्जुन भाई जैसे बड़े भाई, मार्गदर्शक, और विख्यात कलाकार को इस बीमारी ने उनको हमसे छीन लिया है।