प्याज के मिजाज : इस राज्य में आईडी कार्ड दिखाने पर मिलेगा प्याज
नई दिल्लीः प्याज की चढ़ती कीमतों ने लोगों की आंखों में आंसू ला दिए हैं. नवरात्रों के दौरान देश के कई शहरों में इसकी कीमतें 100 रुपये के करीब पहुंच गई हैं. वहीं उत्तर भारत के कई राज्यों में प्याज 50 से 80 रुपये प्रति किलो की रेट से मिल रहा है. मंडियों में आवक कम होने और डिमांड ज्यादा होने से प्याज की कीमतों में तेजी का दौर आगे भी जारी रहने की आशंका है.हालांकि केंद्र और राज्य सरकारें भी प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह से कमर कस चुकी हैं.
यहां पर मिलेगा सस्ता प्याज
केंद्र सरकार की संस्थाएं जैसे कि नेफेड, केंद्रीय भंडार और मदर डेयरी के अलावा राज्यों ने भी सस्ती दरों पर प्याज बेचने की कवायद शुरू कर दी है.
वहीं तेलंगाना सरकार ने भी फैसला किया है कि वो अपने राईथू बाजार (Rythu Bazaars) के जरिए राज्य के लोगों को 35 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज उपलब्ध कराएगी. हालांकि प्रत्येक व्यक्ति को केवल 2 किलो प्याज उपलब्ध होगा और उनको एक आईडी कार्ड भी दिखाना होगा. इसकी शुरुआत हैदराबाद में स्थित 11 बाजारों से हो चुकी है.
No Profit-No Loss पर बेचा जाएगा प्याज
तेलंगाना सरकार नो प्रोफिट- नो लॉस पर इस प्याज को बेचेगी. ये प्याज राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के बफर स्टॉक से इसी दर पर खरीदा है. सरकार ने प्याज की स्टॉक लिमिट (Onion Stock Limit) को भी तय कर दिया है. इसके तहत थोक और खुदरा व्यापारियों के लिए अलग-अलग स्टॉक लिमिट तय की गई है. सरकार ने थोक विक्रेताओं के लिये प्याज की स्टॉक लिमिट को 25 मीट्रिक टन व खुदरा व्यापारियों के लिये 2 मीट्रिक टन निर्धारित किया है. ये स्टॉक लिमिट शुक्रवार 23 अक्टूबर से लेकर के 31 दिसंबर 2020 तक प्रभावी रहेगी.
दिल्ली में नाफेड, केंद्रीय भंडार, मदर डेयरी से सप्लाई
केंद्र नासिक, महाराष्ट्र के भंडारित बफर स्टॉक से 26-28 रुपये प्रति किलोग्राम की खरीद दर पर उन राज्यों को प्याज की पेशकश कर रहा है, जो अपने आप स्टॉक को उठाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जिन राज्यों को प्याज पहुंचाए जाने (डिलीवरी भेजने) की जरूरत है, उनके लिए कीमत 30 रुपये प्रति किलोग्राम होगी. इसके अलावा, सचिव ने कहा कि सहकारी संस्था नाफेड, जो सरकार की ओर से प्याज की बफर स्टॉक के लिए खरीद और उनका रखरखाव कर रहा है, देशभर के थोक मंडियों में प्याज के स्टॉक को ला रहा है.