राजस्थान: 108 एम्बुलेंस कर्मचारियों ने किया कार्य का बहिष्कार, हो सकती है मरीजों को दिक्कत
जयपुर: कोरोना काल में एंबुलेंस कर्मचारियों ने भी डॉक्टरों की तरह कोरोना वॉरियर्स की भूमिका अदा की है लेकिन आज से प्रदेश की सड़कों पर एंबुलेंस दौड़ती हुई नजर नहीं आएगी.
जी हां, 108 एंबुलेंस कर्मचारियों ने एकबार फिर बिगुल फूंक दिया है. आज सुबह 6 बजे से 108 एंबुलेंस कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार का ऐलान कर दिया है यानी की आज मरीज को एंबुलेंस सेवा मिलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है या फिर यूं कहें कि एंबुलेंस सेवा मिलेगी ही नहीं.
दरअसल, एंबुलेंस कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से सरकार से गुहार लगा रहे हैं.
इससे पहले 12 अक्टूबर को भी एंबुलेंस कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया था. एक दिन के कार्य बहिष्कार ने पूरे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को हिला कर रख दिया था, जिसके बाद एंबुलेंस कर्मचारियों ने सरकार के साथ 4 दौर की वार्ता भी की थी. इसमें सभी मांगों पर सहमति बनी लेकिन ग्राउंड लेवल पर वो सभी मांगे पूरी नहीं की गई. इसके बाद कल राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के बैनर तले जयपुर में पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें कार्य बहिष्कार का फैसला लिया गया.
क्या हैं एंबुलेंस कर्मचारियों की मांग
1. आने वाले नवीन निविदा में 20 फीसदी वेतन बढ़ोत्तरी
2. नवीन निविदा में 8 घंटे ड्यूटी करना
3. प्रति वर्ष वेतन बढ़ोत्तरी
4. इसी महीने 20 फीसदी वेतन में बढ़ोत्तरी
एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सिंह ने आंदोलन को लेकर जानकारी दी. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि एंबुलेंस कर्मचारियों के वेतन में 20 फीसदी बढ़ोत्तरी का आदेश हाईकोर्ट खुद दे चुका है. बावजूद इसके अबतक समझौते के तहत वेतन नहीं बढ़ाया गया. इतना ही नहीं सरकार के साथ जो हालही में समझौते हुए थे वो भी फील्ड में लागू नहीं किए गए. ऐसे में मजबूरन उन्हें कार्य बहिष्कार का फैसला करना पड़ा है.