जनता ने जब मन की बात कहनी चाही तो आँकड़े छुपा दिए
मंगलवार को मोदी का 7 महीने में राष्ट्र के नाम यह 7वां संदेश था। बिहार में वोटिंग से ठीक 8 दिन पहले। दो दिन बाद वहां जा भी रहे हैं चुनावी रैली करने। उससे पहले प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा- ‘जब तक कोरोना की दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।’ देखेंगे उनकी रैली में क्या होता है…। मोदी के भाषण में कबीर भी आए और रामचरित मानस भी। साथ ही 3 धर्मों के 6 त्योहार भी, यानी नवरात्र, दशहरा, ईद, दीपावली, छठ पूजा और गुरुनानक जयंती का जिक्र।
इस सबके बावजूद भाजपा के यू-ट्यूब चैनल पर मोदी के भाषण को कम पसंद किया गया। संदेश के दौरान भाजपा के चैनल पर लाइक से ज्यादा डिसलाइक थे। जब मोदी का भाषण खत्म होने को था तो पार्टी ने अपने चैनल से डिसलाइक के नंबर छुपा लिए। यानी लोग लाइक-डिसलाइक तो कर सकते थे, पर उसके नंबर कितने हुए, ये नहीं जान सकते थे।
हालांकि, पीएमओ, नरेंद्र मोदी और पीआईबी के चैनलों पर भाषण पर डिसलाइक से ज्यादा लाइक्स थे। इसलिए यहां नंबर नजर आते रहे। नरेंद्र मोदी के ऑफिशियल चैनल पर मोदी के भाषण की लिंक पर आप कमेंट तो कर सकते थे, लेकिन बाकी लोगों के कमेंट देख नहीं सकते थे।