श्रीडूंगरगढ़ के सरकारी अस्पताल में नहीं हो रही कोरोंना जाँच भाजपा युवा मोर्चा ने उपखण्ड अधिकारी सुश्री दिव्या चौधरी को दिया ज्ञापन और नियमित जाँच शुरू करवाने की रखी मांग
श्री डूंगरगढ़ के सरकारी अस्पताल में पिछले 4-5 दिनों से कोरोना की जाँच नहीं हो रही जिससे जाँच करवाने वाले संदिग्ध रोगी परेशान हो रहे है जब अस्पताल में जांच करवाने के लिए जाते है तो बीकानेर जाकर करवाने का बोल रहे है इस प्रकार की अपुष्ट जानकारी से संदिग्ध रागी परेशान है और जाँच नहीं होने पर असहज महसूस कर रहे है और सारे बीकानेर जाने में सक्षम नहीं है उनके लिए तो यह विकट समस्या बनी हुई है |
आमजन की इस भयंकर समस्या की जानकारी जब युवा मोर्चा अध्यक्ष भवानी प्रकाश को मिली तो तुरंत कार्यकर्ता जितेन्द्र झाबक के साथ सरकारी अस्पताल जाकर इन्क्वायरी की और मौके पर वास्तविकता में यह असहजता महसूस की और अस्पताल से असंतुष्ट जानकारी मिली और जब श्री डूंगरगढ़ जाँच अधिकारी को फ़ोन किया तो उन्होंने बताया की आगामी दिनांक को आपको सूचित कर दिया जायेगा जब बन्द करने का कारण पूछा तो स्पष्ट जानकारी नहीं दी, जब आदेश का पूछा तो कोई जवाब नहीं दिया | जब सरकारी अस्पताल के सीनियरस डॉक्टर को फ़ोन किया तो भी कोई स्पष्ट जानकारी प्राप्त नहीं हुई और अन्त में जब बीकानेर उच्च अधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा की बन्द करने का ऐसा कोई आदेश नहीं है और जो सीनियर्स सिटीजन है,हाई रिस्क या जिसके कोरोना के लक्षण नज़र आ रहे है उनकी जाँच होनी अनिवार्य है ऐसा उच्च अधिकारी ने बताया | लेकिन फिर भी जाँच नहीं रही है | इस परेशानी को देखते हुए भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष भवानी प्रकाश तावणीयाँ,आईटी संयोजक जितेन्द्र झाबक,जगदीश आसोपा ने सरकारी अस्पताल में वर्तमान में कोरोना जाँच नहीं होने के कारण आमजन एंव संदिग्ध रोगी को हो रही परेशानी का समाधान करने के लिए एंव जल्द से जल्द सुचारू रूप से नियमित जाँच शुरू करवाने के लिए ज्ञापन दिया जिसमें बताया की श्रीडूंगरगढ़ की वर्तमान स्थिति कोरोना महामारी के कारण बहुत गम्भीर है पिछले दिनों में लगातार श्रीडूंगरगढ़ में प्रतिदिन दो से तीन दर्जन व्यक्ति पॉजिटिव आये है और अब तक लगभग 500 से ज्यादा पॉजिटिव केस आ चुके है और वर्तमान में लगभग 100 के करीब एक्टिव पेशेंट मिडिया रिपोर्ट के अनुसार बताये जा रहे है | श्रीडूंगरगढ़ की लास्ट जाँच रिपोर्ट में 37 में से 20 पॉजिटिव आये थे जो की दिनांक 13 अक्टूम्बर को हुई थी उसके बाद कोई जाँच नहीं हुई जब संदिग्ध जाँच करवाने के लिए जाते है तो बीकानेर का बोलते है अब प्रत्येक व्यक्ति तो सक्षम नहीं होता ना बीकानेर जाने के लिए, ओर रही बात कोरोना पॉजिटिव की तो जब करीब एक हफ्ते से जाँच नहीं हुई तो हालात तो और ख़राब होंगे ना शहर के लेकिन फिर भी इतनी लापरवाही कैसे कर रहा है प्रशाशन, इन परिस्थतियों में कोरोना की जाँच होनी अतिआवश्यक है | इस प्रकार की मांग का एसडीएम अधिकारी महोदया को ज्ञापन देते हुए निवेदन किया कि इसकी सही जानकारी प्राप्त करके जल्द से जल्द कोरोना जाँच शुरू करवाने का कष्ट करें ताकि आमजन और शहर को इस कोरोना महामारी से बचाया जा सके |