गाय-भैंस में खुरपक्का मुहपक्का टीकाकरण 12 अक्टूबर से शुरू होगा
सरदारशहर/9-10-2020
केंद्रीय प्रवर्तित योजना,राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत सरदारशहर ब्लॉक में दिनाँक 12 अक्टूबर से 25 नवम्बर तक FMD टीकाकरण का अभियान चलेगा जिसमे सरदारशहर तहसील की 63 ग्राम पंचायतों के 187 ग्रामो में पशुधन सहायक 205392 गाय व् भैंस में घर घर ढाणी ढाणी जाकर टीकाकरण का कार्य करेंगे।
पशुपालन विभाग चुरू के संयुक्त निदेशक डॉ जगदीशप्रसाद बरबड़ ने जिले के सभी ब्लॉक अधिकारियो से फीडबैक लेकर टीकाकरण कार्य हेतु आवश्यक सामग्री की आपूर्ति करने के पश्चात समीक्षा करते हुए ब्लॉक की माइक्रोप्लानिंग सूचि जारी कर समस्त कार्मिको को शत प्रतिशत टीकाकरण कार्य संपादित करने हेतु व covid-19 संक्रमण से बचने हेतु सरकार द्वारा जारी एडवायज़री की अक्षरशः पालना करने हेतु निर्देशित किया है।
FMD टीकाकरण अभियान में इस बार सभी पशुओ के कान में 12 अंको का टेग लगाना व ऑनलाइन इनाफ पंजीयन अनिवार्य होगा,इस कार्य हेतु सभी संस्थाओ को टेग ,वेक्सीन व् वेक्सीन कैरियर आपूर्ति कर दिए गए है।
ब्लॉक सरदारशहर स्थित प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय के प्रभारी व् नोडल अधिकारी डॉ केशरी चन्द नाई ने बताया है टीकाकरण अभियान में सरदारशहर,भानीपुरा,पूलासर व जैतसीसर प्रभारियो के नेतृत्व में दल बनाया गया है जो समस्त ग्रामो में टीकाकरण कार्य करेंगे।
FMD रोग को आम भाषा में खुरपक्का-मुँहपक्का या मुहाव-खुरसाव कहते है,यह एक अफ्थास RNA वाइरस से होने वाला संक्रामक रोग होता है जिसमे गाय भैंस के मुँह व् पांवो में छाले हो जाते है जो बहुत दर्द करते है एवम् मुह से लार टपकने लगती है;बुखार आ जाती है दर्द की वजह से गाय भैंस चर नही सकती और दुधारू पशुओ में दुग्ध उत्पादन एकदम कम हो जाता है; गाय भैंस के दूध पीते बच्चे भी अत्यधिक प्रभावित होते है एवम् इनमे मृत्यु दर बहुत ज्यादा होती है।एक पशु से दूसरे पशु में यह रोग तीव्र गति से फेलता है। अतः नोडल अधिकारी ने क्षेत्र के पशुपालको से इस रोग की भयावहता को देखते हुए एवम् दुग्ध उत्पादन गिरने से होने वाले आर्थिक नुक्सान को रोकने के लिए अपने गौवंश व् भैंस वंश में fmd टीकाकरण करवाने की पुरजोर अपील की है।
जिला संयुक्त निदेशक व ब्लॉक नोडल अधिकारी ने सभी टीकाकरणकर्ता को निर्देशित किया है कि किसानो के हित में इस कार्य को पुरजोर शत प्रतिशत करके लाभान्वित करे।
टीकाकरण कार्य के दौरान आपातकालीन स्थिति में टीम प्रभारियो को आवश्यक संसाधनों के अतिरिक्त जीवनरक्षक औषधियों की पर्याप्त मात्रा रखने हेतु निर्देशित किया गया है।