सीकर – दूसरे प्रेमी के साथ मिलकर अपने प्रेमी चाचा को जिंदा जलाया
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में तीन दिन पहले स्कूटी सहित जिंदा जले लक्ष्मणगढ़ के बगड़ी निवासी शुभकरण स्वामी की हत्याकांड का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया है। हत्या उसकी रिश्ते में भतीजी लगने वाली प्रेमिका ने दूसरे प्रेमी के साथ मिलकर की। जिसमें दूसरे प्रेमी के भाई ने भी मदद की। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। एएसपी डा. देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि आरोपी प्रेमिका तारपुरा में अपनी मां के पास रह रही खेतड़ी, झुंझुनूं निवासी संजू पत्नी उमेश कुमार स्वामी है। जिसने खजुरी अकबरपुर थाना गागालहेड़ी सहारनपुर उत्तरप्रदेश निवासी 30 वर्षीय अमित कुमार उर्फ कन्हैया और उसके भाई व मुख्य अभियुक्त मधुर कुमार पुत्र महिपाल सिंह कश्यप के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। संजू व अमित को सीकर गिरफ्तार किया गया है। जबकि मधुर को उत्तरप्रदेश से दस्तयाब कर लिया गया है।
अवैध संबंधों में हुई हत्या
पुलिस की जांच में सामने आया कि हत्या अवैध संबंधों के चलते की गई। एएसपी देवेन्द्र शर्मा ने बताया कि आरोपी संजू देवी तारपुरा में अपने पीहर रह रही थी। शुभकरण उसका रिश्ते में चाचा लगता था। जिसका घर आना जाना था। संजू के शुभकरण स्वामी के साथ अवैध संबंध स्थापित हो गए थे। घर की सार संभाल करने के चलते मां भी मजबूरी में रिश्ते को स्वीकार कर रही थी। इसी बीच संजू स्वामी सहारनपुर निवासी झाडफ़ूंक करने वाले अमित के संपर्क में आई और उन दोनों के बीच भी अवैध संबंध स्थापित हो गए। जिसका पता शुभकरण को चलने पर उसने आपत्ति जताई। इससे नाराज होकर संजू ने अमित के साथ उसे मारने की योजना बनाई।
खाने मेंं मिलाई बेहोशी की दवा, फिर जलाया जिंदा
एएसपी ने बताया कि शुभकरण को मारने के लिए संजू ने 18 सितंबर को पहले शुभकरण को अपनी मां के घर फोन कर बुलाया। यहां उसे बेहोशी की दवा मिलाकर खाना खिला दिया। जिसके बाद शुभकरण बेहोश हो गया तो उसने अमित व मधुर को बुलाया। यहां से शुभकरण को बेहोशी की हालत में बाइक पर बिठाकर पलासिया गांव में पुरोहितजी का बास की ओर जाने वाले रास्ते पर ले गए। जहां उसे और उसकी स्कूटी को आग लगा दी गई।
सीसीटीवी फुटेज में दिखे आरोपी
तारपुरा से शुभकरण को बेहोशी की हालत में पलासिया ले जाते हुए तीनों सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गए थे। जो पुलिस को जांच में हाथ लग गए। सीसीटीवी में बाइक पर तीन जने शुभकरण को ले जाते हुए दिखे। वहीं, एक शख्स उसकी स्कूटी को आगे ले जाता हुआ दिखा था। जिसके आधार पर ही पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाकर आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
स्कूटी से ही हुई थी पहचान
पलासिया में हत्याकांड के बाद शुभकरण की पहचान भी स्कूटी की वजह से ही हुई थी। स्कूटी के नम्बरों के आधार पर जब पुलिस ने उसके खूड़ी निवासी मालिक से संपर्क साधा तो उसने अपने दोस्त शुभकरण द्वारा स्कूटी ले जाना बताया था। जिसके आधार पर ही पुलिस ने शुभकरण की शिनाख्त करवाकर मामले की जांच आगे बढ़ाई थी।