अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने किसान को दिया 3 लाख 71 हजार का बिजली बिल
अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने उदयपुर के एक किसान को 3 करोड़ 71 लाख रुपये से ज्यादा का बिजली का बिल थमाकर उसके होश उड़ा दिये।
उदयपुर. राजस्थान (Rajasthan) में इन दिनों हर कोई बिजली के बिलों (Electricity bills) में बढ़ोतरी को लेकर परेशान है. कोरोना काल (COVID-19) में भारी भरकम बिजली के बिल देखकर लोगों को चक्कर आ रहे हैं. जनता त्रस्त है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. भारी भरकम बिजली के बिल आमजन के लिये जी का जंजाल बने हुये हैं. लेकिन इसके बीच हद तो तब हो गई जब उदयपुर (Udaipur) के एक किसान को विद्युत निगम () ने 3,71,61,507 रुपये का बिल थमा दिया. बिल देखकर किसान के होश उड़ गये हैं.
सात लाख रुपये का विलंब शुल्क बताया
विद्युत निगम की मेहरबानी से बिजली का यह भारी भरकम बिल पाने वाला किसान पेमाराम जिले के गिंगला गांव का रहने वाला है. पेमा राम की एक दुकान भी हैं. उसमें अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से विद्युत कनेक्शन ले रखा है. इस बार जब जनता को बिजली के बढ़े हुए बिल मिल रहे हैं तो पेमाराम ने भी हर बार से थोड़ा ज्यादा बिल आने का अनुमान लगाया था. लेकिन जब पेमाराम के हाथ में बिजली का बिल आया तो उसके होश उड़ गये. यह बिल था 3,71,61,507 रुपये का. बिल को निर्धारित तिथि तक जमा नहीं कराये जाने पर सात लाख रुपये का विलंब शुल्क बताया गया था.
पेमाराम को मिला बिजली का बिल.
बिल की वास्तविक राशि 6414 रुपये है
बिल को देख पेमाराम और उसके परिजन परेशान हो उठे. इसकी सूचना गांव में आग की तरह फैल गई. बाद में पेमाराम का यह बिल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. हैरान-परेशान पेमाराम ने इसके बारे में जानकारी जुटानी शुरू की और वह ई-मित्र शॉप पर पहुंचा. वहां इस बिल की वास्तविक राशि 6414 रुपये सामने आई. पेमाराम को जब बिल की राशि 6414 रूपये होने की जानकारी मिली तो उन्हें और उनके परिवार को थोड़ी राहत मिली. हालांकि बिजली के बढ़े हुए बिलों के बाद आमजन द्वारा सरकार और विद्युत निगम दोनों को ही घेरने की कोशिश की जा रही है, लेकिन उन पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है. अब विपक्ष भी इसे मुद्दा बनाने में लगा हुआ है.