एक नवम्बर तक बन्द रहेगा सालासर बालाजी मंदिर, पहली बार लक्खी मेला नही भरेगा
प्रदेश में काेराेना के बढ़ते ग्राफ काे देखते हुए सालासर बालाजी मंदिर काे अब एक नवंबर तक बंद रखा जाएगा। मंदिर बंद हाेने के चलते सालासर बालाजी मंदिर के 266 साल के इतिहास में पहली आसाेज की पूर्णिमा काे भरने वाले मेले का भी आयाेजन नहीं हुआ है।
31 अक्टूबर काे आसाेज माह की पूर्णिमा है। इससे पहले चैत्र की पूर्णिमा का मेला भी नहीं भरा था। सात सितंबर से मंदिर खाेलने काे लेकर जारी हुई गाइडलाइन के बाद गुरुवार काे जिला कलेक्टर प्रदीप के गवांडे व पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख की अध्यक्षता में मंदिर मंदिर कमेटी की बैठक में मंदिर काे एक नवंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
कलेक्टर एवं एसपी ने मेला ग्राउंड व मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने कहा कि मंदिर कमेटी के सदस्याें से विस्तृत चर्चा करने के बाद मंदिर काे एक नवंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
7 सितंबर को मंदिर खुलने की गाइडलाइन के बाद बैठक, पुजारी ने श्रद्धालुओं से घरों में पूजा करने की अपील की
एसपी परिस देशमुख ने बताया कि मंदिर खुलने काे लेकर श्रद्धालुओ में भ्रांति नहीं हाे, इसके लिए 7 सितंबर काे श्रद्धालुओं को जिले की सीमाओं पर रोका जाएगा। मंदिर के पुजारी भंवरलाल पुजारी ने एक नवंबर तक श्रद्धालुओं से घराें में ही बालाजी की पूजा अर्चना करने की अपील की है।
बैठक में एएसपी सीताराम माहिच, डीएसपी नरेंद्र शर्मा, थानाधिकारी महेंद्र सैन, सीएमएचओ भंवरलाल सर्वा, हनुमान सेवा समिति अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी, समिति संरक्षक महावीर प्रसाद पुजारी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भंवरलाल पुजारी, मांगीलाल पुजारी, रविशंकर पुजारी, धर्मवीर पुजारी, मिठ्ठनलाल पुजारी, आत्माराम पुजारी आदि माैजूद रहे।