भारत-चीन तनाव के बीच चीन के सरकारी बैंक ने खरीदी ICICI में हिस्सेदारी
भारत (India) और चीन (China) के बीच इस वक्त तनाव की स्थिति बनी हुई है। भारत में चीन के खिलाफ मुहिम छिड़ गई है जिसमें चाइना के प्रोडक्ट को बॉयकॉट (Boycott of Chinese Product) किया जा रहा है। इस तनाव के बीच खबर आ रही है कि चीन के एक सरकारी बैंक ने ICICI बैंक में हिस्सेदारी खरीद ली है। इससे पहले चीन के केंद्रीय बैंक ने HDFC बैंक की हिस्सेदारी को एक फीसदी बढ़ा दी थी। चीनी बैंक के ICICI बैंक में हिस्सेदारी को लेकर एक्सपर्ट कहते हैं कि ये फैसला देशहित के लिए साबित हो सकता है और इससे भारत को कोई भी नुकसान नहीं है।
चीन के केंद्रीय बैंक पीपल्स ऑफ चाइना ने ICICI बैंक में हिस्सेदारी खरीदी है।
इसके अलावा 356 बैंकों और बीमा कंपनियों ने हिस्सेदारी खरीदी है। हाल ही में, चीनी बैंक ने ICICI बैंक में 15 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है। बता दें कि ICICI बैंक ने पूंजी जुटाने के लिए संस्थागत निवेशकों से पैसा शेयर्स खरीदने की अपील की थी जिसके बाद पिछले हफ्ते ही इसका टारगेट कंपलीट हुआ।
चीनी सरकारी बैंक ने ICICI में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के जरिए निवेश किया है। वहीं, इस पर एक्सपर्ट अपनी राय रखते हैं कि इससे देश को कोई नुकसान नहीं है। उन्होंने बताया कि बैंकिंग सेक्टर भारत में काफी रेगुलेटेड यानी रिजर्व बैंक की सख्त निगरानी में रहने वाला कारोबार है। इसलिए इससे देशहित को कोई खतरा नहीं हो सकता। इसके पहले चीन के इस केंद्रीय बैंक के हाउसिंग लोन कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड में निवेश पर पिछले साल काफी हंगामा हुआ था।