ब्रिटिश वर्ड रिकॉर्ड में शामिल हुए मोमासर के जतन सेठिया
मोमासर निवासी और कोलकता प्रवासी जतन सेठिया का नाम ब्रिटिश वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ है। जैन आचार्य पर लिखी जाने वाली और सबसे अधिक रचनाओं का यह विश्व का प्रथम संग्रह है। जो 27 वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। जतन सेठिया ने आचार्य श्री महाप्रज्ञजी के जन्म शताब्दी वर्ष (1920 – 2020) पर महाप्रज्ञ ग्रन्थ हेतु अपनी रचना भेजी जिसे चयनित किया गया।
जतन सेठिया मोमासर के स्व• इन्द्र चन्द जी सेठिया एवं श्रीमती रेशमी देवी सेठिया के पुत्र एवं समाजसेवी श्री गुमानमलजी सेठिया के भतीजे हैं । वर्तमान में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा कोलकाता के सहमंत्री के पद पर सेवारत हैं। जैनाचार्य आचार्य श्री महाप्रज्ञजी के जन्म शताब्दी वर्ष (1920 – 2020) के उपल्क्षय में प्रो• ललिता बी• जोगड़ एवं उनकी टीम द्वारा आचार्य श्री महाप्रज्ञजी के जीवन पर आधारित कविताओं के संग्रह को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्डस में दर्ज करवाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रचनाओं का संकलन किया गया । जिसमें भारत के 24 राज्यों व विभिन्न देशों के धर्मानुरागी एवं जैन समाज के साधु- साध्वियों द्वारा अपनी रचनाएं भेज कर भांवाजली अर्पित की। इसमें से 1121 रचनाओं का चयन किया गया है, जिसमें कविताएं, मुक्तक, श्लोक, गीत, गजल, दोहे आदि शामिल है। इस महाग्रंथ को पूर्ण करने में अणुव्रत सेवी प्रो• ललिता बी• जोगड़ सम्पादक, श्री सुरेन्द्र जी मुणोत एवं उनके सहयोगी मंडल का अथक श्रम नियोजित हुआ। जतन सेठिया ने बताया कि इस विश्व रिकॉर्ड ने मेरी जिम्मेदारी को बढ़ा दिया है।