मौसम अपडेट: कल से शीतलहर से मिलेगी राहत, पश्चिमी विक्षोभ के संकेत
उत्तर और मध्य भारत में तीव्र शीतलहर का कहर जारी है, सीजन की पहली ही शीतलहर के दौर ने काफी रिकॉड तोड़े, राजस्थान, पंजाब और पश्चिमी हरियाणा में माइनस में तापमान दर्ज किए जा रहा है, व्यापक स्तर पर पाला जमने से फसल भी प्रभावित हो रही है।
दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 5°c से कम दर्ज किए गए, यहां भी तीखी ठंड देखने को मिल रही है, हालाकि कल शाम से उत्तर पश्चिमी हवाओं की रफ्तार धीमी पड़ती है जिससे हवा की ठंड से तो मामूली सी राहत है लेकिन तापमान अभी भी सामान्य स्तर से काफी नीचे है।
21 दिसंबर से राजस्थान और पंजाब के हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 1 से 2°c की बढ़ोतरी संभव है, वही हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश में तापमान में कोई बदलाव नहीं होगा, न्यूनतम 0 से 5°c के बीच ही दर्ज किए जाने की संभावना है, इस लिए कल भी तापमान सामान्य से कम दर्ज करने पर शीतलहर की स्तिथि बनी रहेगी।
22 दिसंबर को न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 2 से 3°c की बढ़ोतरी संभव है जिससे शीतलहर से राहत शुरू हो जायेगी।
मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा में अगले 2 दिन भी शीतलहर से राहत नहीं मिलेगी।
23 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना:
•22 दिसंबर की शाम से कश्मीर में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ प्रवेश करेगा, प्रणाली के आसार से कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड की पहाड़ियों पर हल्की बर्फबारी दर्ज की जाएगी।
संभावित प्रणाली के प्रभाव से उत्तर भारत के मैदानी राज्यो में हवा की दिशा बदल कर पूर्व/दक्षिण पूर्वी हो जायेगी, तापमान में बढ़ोतरी होगी शीतलहर से पूरी तरह राहत मिलेगी।
23 और 24 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में मौसम परिवर्तनशील होगा, बादलवाही होने के साथ साथ सीमित इलाकों में बूंदाबांदी या हल्की बूंदाबांदी दर्ज की जा सकती है।
कमजोर पश्चिमी विक्षोभ होने के चलते तेज़ बारिश/अच्छी बारिश की संभावना 25 दिसंबर से पहले नही है।
वर्तमान विश्लेषण अनुसार कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के साथ साथ मध्यम या तीव्र दर्ज का पश्चिमी विक्षोभ 26/27 दिसंबर से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यो और मैदानी इलाकों को प्रभावित कर सकता है, इस पश्चिमी विक्षोभ में बारिश का फैलाव और तीव्रता अधिक होने की संभावना है।