चलते चलते मासूम के पांव थक गए तो माँ ने लिया सूटकेस का सहारा
कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर प्रवासियों मजदूरों पर पड़ा है। ये प्रवासी मजदूर इस तरह मजबूर हो गए हैं कि पैदल ही सैकड़ों, हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर अपने-अपने गांव पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। कई मजदूर सकुशल घर पहुंच गए तो कई रास्ते में फंसे हैं तो कुछ मौत के मुंह में समा चुके हैं। इन मजदूरों के पास न पीने का पानी है और न ही खाने का सामान बस दिल में एक ही जज्बा है कि किसी तरह अपने घर पहुंच जाएं। रास्ते में किसी ने खाने के लिए दे दिया तो उससे पेट भर लिया, वरना भूखे ही ये मजदूर सफर तय करने के लिए मजबूर हैं।
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लेकिन एक ऐसा वीडियो सामने आया है जो बहुत कुछ सोचने को मजबूर कर देता है, उत्तर प्रदेश के आगरा से, जहां सड़कों पर पैदल ही बच्चे, महिलाएं, पुरुष चलते नजर आ रहे हैं। लेकिन चलते-चलते जब एक मासूम बच्चे के कदम थक गए तो उसकी मां ने उसे अपने सूटकेस पर औंधे मुंह लिटा दिया और उसे खींचते हुए मंजिल की ओर चल पड़ीं। जानकारी के अनुसार पंजाब से प्रवासी मजदूरों का एक जत्था उत्तर प्रदेश के महोबा जा रहा था। मजदूरों का जत्था जब उत्तर प्रदेश के आगरा पहुंचा तो सब काफी थक चुके थे। इस जत्थे में बच्चे भी शामिल थे। चलते-चलते जब बच्चे का पैर थक गया तो मां अपनी ममता को न रोक सकी और जिस सूटकेस को वह सैकड़ों किलोमीटर दूर से खींचते हुए आ रही थी उस पर अपने बच्चे को औंधे मुंह लिटा दिया और फिर उस सूटकेस को वह खींचने लगी। लेकिन, हिम्मत ऐसा कि जत्था रुका नहीं बल्कि चलता ही रहा। ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है। राजस्थान के लोग अन्य राज्यों में फंसे हुए है, हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई राज्यों से बसों के माध्यम से फंसे प्रवासियों का लाने काम किया, लेकिन यह भी सच्चाई है कि हजारों लोग अभी भी बाहर फंसे हुए है जो कि अपने घर आने की राह देख रहे है।