♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

सालासर बालाजी मंदिर में खीचड़ा प्रसादी आज, जाने आज का पंचांग गुरु पण्डित नरोत्तम पुजारी, गुरुधाम सालासर से

“गुरु” परमात्मा की प्राप्ति के बिना मनुष्य शरीर किसी काम का नहीं है।

18-नवंबर-2021
वार:-गुरुवार
तिथी :-14चतुर्दशी12:00
पक्ष :-शुक्लपक्ष
माह:-कार्तिक
नक्षत्र:-भरणी25:29
योग:-वरियान26:57
करण:-वणिज12:00
चन्द्रमा:-मेष
सुर्योदय:-06:56
सुर्यास्त:-17:36
दिशा शुल…..दक्षिण
निवारण उपाय:-दही का सेवन
ऋतु :-हेमंत ऋतु
गुलीक काल:-09:00से 10:30
राहू काल:-13:30से15:00
अभीजित….11:52से12:40
विक्रम सम्वंत ………2078
शक सम्वंत …………1943
युगाब्द ………………5123
सम्वंत सर नाम:-राक्षस

चोघङिया दिन
शुभ:-06:56से08:16तक
चंचल:-10:56से12:16तक
लाभ:-12:16से13:36तक
अमृत:-13:36से14:56तक
शुभ:-16:16से17:36तक

चोघङिया रात
अमृत:-17:36से19:16तक
चंचल:-19:16से20:56तक
लाभ:-00:16से01:56तक
शुभ:-03:36से05:16तक
अमृत:-05:16से06:56तक
चोघङिया का समय सालासर में सूर्योदय के अनुसार है|

आज के विशेष योग
वर्ष का 220वाँ दिन, भद्रा दिन के 12:00 से रात 25:14 तक-स्वर्गलोक-शुभ-नैर्ऋत्य, वैकुण्ठ चतुर्दशी, चांद्र पूर्णिमा व्रत, मेला चंद्रभागा प्रारंभ 03 दिन का झालावाड़ (राज.), भीष्म पंचक समाप्त, त्रिपुरोत्सव , पद्मक योग 25:29 से प्रारंभ, भरणी दीपम् (द.भा.में), कार्तिक व्रतोधापन, बडाऔसा (बिहार), दीप दान, त्रिपुरारी पूर्णिमा, प्रशस्त पूर्णिमा, पुष्कर यात्रा, जैन चौदस, ब्रह्मकूचे, पाषाण चतुर्दशी, *कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी, बैकुण्ठ चतुर्दशी (खीचड़ा प्रसादी सालासर बालाजी मंदिर में),*

वास्तु टिप्स
भवन स्वामी का शयन कक्ष नैर्ऋत्य कोण के अतिरिक्त पश्चिम, दक्षिण दिशा में भी बनाया जा सकता है।

सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज। अहं त्वा सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः।।
जय श्री बालाजी की
जय श्री मोहन दास बाबा की
जय श्री कानी दादी की
रोट्या क देवाल्ल की जय
विश्व सम्राट श्री सालासर दरबार की जय हो
वन्दे गौँ मातरम्
“गुरु” नरोत्तम पुजारी सालासर
+911568252299


विज्ञापन बॉक्स (विज्ञापन देने के लिए संपर्क करें)



Get Your Own News Portal Website 
Call or WhatsApp - +91 8809 666 000

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809 666 000