शरीर मे यूरिक एसिड बढ़ने से ये हो सकते है नुकसान, जाने इसे कम करने के तरीके
अगर आप भी एड़ियों और घुटनों के दर्द या फिर गठिया के शिकार हैं तो आपके शरीर में मौजूद यूरिक एसिड का लेवल बढ़ सकता है. यूरिक एसिड के मरीजों को असहनीय दर्द सहना पड़ता है.
जरूरी है आप इसे वक़्त रहते ही कंट्रोल करना सीख ले वरना आपको आगे चल कर काफी परेशानी झेलनी पड़ सकती है. यूरिक एसिड हमारे खानपान से ही बढ़ता है. कई ऐसे फल हैं जो बड़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं.
यूरिक एसिड घटाने के उपाय करना जरूरी है क्योंकि, शरीर में इसका लेवल बढ़ने से यह हड्डियों और जोड़ों के बीच जमा होने लगता है, जिससे जोड़ों में दर्द , जोड़ों में सूजन, और अकड़न की समस्या पैदा हो जाती है.
अगर यूरिक एसिड को घटाने के तरीके नहीं अपनाए गए तो यह आपको गंभीर खतरे में डाल सकता है. कई लोग सवाल करते हैं कि यूरिक एसिड को कैसे कंट्रोल करें? तो आपको सबसे पहले यूरिक एसिड घटाने के लिए नेचुरल तरीकों ,को अपनाना चाहिए.
अगर फलों के सेवन से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है, तो इससे बेहतर और क्या हो सकता है भला. यहां 4 ऐसे फलों के बारे में बताया गया है जो यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखकर गाउट के रोगियों को भी आराम दिला सकते हैं.
1. संतरा और नींबू
गठिया के रोगियों या हाई यूरिक एसिड के मरीजों को अपनी डाइट संतरा या नींबू को जरूर शामिल करना चाहिए. रोजाना एक संतरे का सेवन कर यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने में आपकी मदद कर सकता है. संतरा और नींबू में काफी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है. इन दोनों में सिट्रिक एसिड भी होता है जो यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल में रखते हैं. इनका सेवन कर शरीर को डिटॉक्सीफाई भी किया जा सकता है.
2. सेब
हेल्थ एक्सपर्ट रोजाना एक सेब खाने की सलाह देते हैं. यह न सिर्फ आपके पाचन को बेहतर बनाना है बल्कि शरीर की कई समस्याओं से रक्षा भी करता है. सेब यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने में कारगर माना जाता है. सेब में मौजूद मैलिक एसिड यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है. आप सेब के सिरका के भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
3. चेरीज
यह फल भी विटामिन सी से भरपूर होता है और इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों की भी भरमार होती है. यह यूरिक एसिड के रोगियों को आराम दिलाने में मदद कर सकता है. चेरीज का सेवन कर शरीर से यूरिक एसिड लेवल को घटाया जा सकता है. चेरीज खाने से जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल्स नहीं बनते हैं जिससे गाउट के रोगियों को भी काफी फायदा मिल सकता है.
4. केला
इस फल में भरपीर मात्रा में पौटेशियम पाया जाता है. रोजाना केले का सेवन कर यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. केला यूरिक एसिड को छोटे-छोटे क्रिस्टल में बंटने से भी रोक सकता है. गठिया के मरीजों को रोजाना एक केले का सेवन जरूर करना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.