
प्रोपर्टी के लिए बेटे ने कर दी माँ की हत्या, दोस्त के साथ मिलकर सोते समय गला दबा दिया
जयपुर में प्रॉपर्टी के बंटवारे को लेकर बेटे ने दोस्त के साथ मिलकर मां का गला घोंट दिया। चौंमू पुलिस ने 2 दिन पहले बुजुर्ग महिला की हत्या की वारदात का खुलासा कर दिया। बेटा शनिवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस को बेटा बोला कि कर्ज में डूबा हुआ था। कई बार मां व भाई को बोला था। उसने कहा कि जब तक मां हैं, तब तक बंटवारा नहीं होगा। इसलिए मां को मार दिया। हत्या के खुलासे के लिए पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे। वारदात 28 जुलाई की रात की है। 29 जुलाई को पुलिस को सूचना मिली थी।
29 जुलाई को मिली सूचना
डीसीपी प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि सावित्री देवी की हत्या के आरोप में उसके छोटे बेटे देवेश शर्मा (33) पुत्र बद्री नारायण शर्मा निवासी ए-3 अशोक विहार चौमूं को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल वह फ्लैट नंबर 112 बालाजी टावर, विद्याधर नगर, जयपुर में रहता था। उसने दोस्त करण के साथ मिलकर सावित्री का गला दबा कर हत्या कर दी थी। उन्होंने बताया कि 29 जुलाई को दोपहर 11 बजे अशेाक विहार कॉलाेनी में सावित्री की हत्या की सूचना मिली थी। कमरे में सामान इधर-उधर फैला था। पुलिस को लगा कि लूट के इरादे से महिला की हत्या की गई है।
बड़े बेटे ने दी रिपोर्ट
सावित्री के बड़े बेटे मुकेश शर्मा ने रिपोर्ट दी थी कि हम दो भाई तथा चार बहिन हैं। सबसे छोटा देवेश है। मां चौमूं के अशोक विहार कॉलोनी में अकेले रहती थीं। वह विद्याधर नगर जयपुर में परिवार सहित रहता है। उसने चौमूं के जयपुर रोड पर डॉ. शर्मा डायग्नोस्टिक सेंटर खोल रखा है। वह M.B.B.S व D.M.R.D है। छोटा भाई देवेश की चौमूं अनाज मण्डी में शिव शक्ति ट्रेडिंग कंपनी है। वह दोपहर का खाना खाने के लिए मां के पास जाया करता था। 29 जुलाई को वह दुकान पर था। जीजा निखिल भारद्धाज ने फोन कर बोला कि मां काफी देर से फोन नहीं उठा रही है। खाना बनाने वाली सुबह घर आई थी और घर खुला है। सामान बिखरा पडा है। वह तुरंत घर पहुंचा तो देखा कि मां पलंग पर लेटी थी। उसकी मौत हो चुकी है।
व्यापार में घाटा हुआ
पुलिस को पूछताछ में देवेश ने बताया कि वर्ष 2015-16 से व्यापार में घाटा होने लगा। काफी कर्जा हो चुका था। भाई से प्रॉपर्टी का बंटवारा करने के लिए बार- बार कहा। वह तैयार नहीं हुआ। 2018 में मंडी की दुकान व अशोक विहार वाला खाली प्लॉट दे दिया। मुकेश ने डायग्नोस्टिक सेंटर वाली कॉमर्शियल जमीन, विद्याधर नगर वाला प्लॉट व फ्लैट ले लिया। 2019 में मेरी शादी हो गई। शादी के बाद से घर में झगड़े शुरू हो गए। वह किराए के फ्लैट में शिफ्ट हो गया। बाद में भी उसने बंटवारे के लिए बोला। तब मां ने कहा कि जब तक मैं जिंदा हूं, कोई बंटवारा नहीं होगा। उस पर करोड़ों का कर्ज हो गया। रुपए मांगने वाले घर आने लगे। उसने परेशान होकर दुकान भी बंद कर दी। उसने दुकान पर काम करने वाले केशव को पूरी बात कही। तब दोनों ने हत्या करने की योजना बना डाली।
खाना खा ले, मैं सो रही हूं
देवेश और केशव 28 जुलाई को दोस्त की कार मांग कर लाए। किसी को शक नहीं होने के लिए मोबाइल बंद कर दिए और रात को 9:30 बजे सीसीटीवी से बचते हुए घर पहुंच गए। कार काफी दूर गली में कार खड़ी कर दी। अंदर गया तो मां कमरे में सोती मिली। आवाज आने पर मां जागी और पूछा कि इतनी रात को कैसे आया। उसने कहा कि रात को यहीं रुकूंगा। तब मां बोली कि खाना खा लें, मैं सो रही हूं। 30 मिनट बाद केशव को बुलाकर कमरे में गया और सोती मां का गला दबा दिया। उसने कमरे का सारा सामान फैला दिया। वह केशव का मथुरा जाने के लिए बस स्टैंड छोड़ आया। खुद फ्लैट पर चला गया था।