कैसे संक्रमण करता है कोरोना, क्या है इसके बचाव के उपाय
पुरी दुनिया वर्तमान में कोरोना से जूझ रही है, ऐसे में ये जानना जरुरी है कि कोरोना से इंसान कैसे संक्रिमित होता है और इसके बचाव के क्या तरिके है।
इस बारे में हमने बीकानेर पीबीएम में कार्यरत एनैस्थिसिया स्पेशलिस्ट डॉक्टर अनिल मोहता से बात की, डॉक्टर मोहता ने इसके बारे में विस्तार से बताया, डॉक्टर मोहता के अनुसार कोरोना का वायरस नाक, मुहँ और आंख के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है इसका कारण ये है कि इन तीनो जगह पर वायरस को चिपकने का मौका मिल जाता है, क्योंकि तीनों जगह पर गीलापन होता है। इन तीनों जगह में कही पर चिपकने के बाद वायरस गले के रास्ते फेफड़ो में चला जाता है और अपना काम शुरू कर देता है, इसकी वजह से फेफड़ो में सूजन आने लगती है जिससे इंसान को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। अगर समय रहते पता ना चले तो फिर ये जानलेवा बन जाता है। इसके लक्षणो में झुकाम, सुखी खांसी, सांस लेने में दिक्कत आदि होते है।
इसके बचाव के बारे में बात करते हुए डॉक्टर अनिल मोहता ने बताया कि बचाव ही इसका उपचार है, हमें बार बार अपने हाथों को धोना चाहिए, इसके लिये ये जरूरी नही की सेनेटाइजर से ही हाथ धोए जाएं, हाथ धोने के साबुन का भी उपयोग किया जा सकता है। यहां इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि हाथ धोने के बाद हाथों को अपने आप सुख जाने देना चाहिए, तोलिये से नही सुखाना चाहिए, क्योंकि अगर तौलिया साफ ना हुआ तो ये हानिकारक हो सकता है दूसरा तोलिये को बार बार धोना सम्भव नही होता।
जितना सम्भव हो साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
डॉक्टर अनिल मोहता ने बताया कि शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए योग करने चाहिए, जिनमे इस प्रकार के योग लाभदायक होते है जिनमे सांस अंदर लेने की क्षमता, सांस रोकने की क्षमता आती हो, वही खाने में भी पोष्टिक आहार लेना चाहिए जिनमे मूंग की दाल, राजमा, सोयाबीन इन दालों में प्रोटीन की मात्रा भरपूर होती है और ये शरीर मे इम्युनिटी को बढ़ाती है। फल सब्जियों को अगर लाये पहले उनको गर्म पानी से साफ जरूरी करें उसके बाद साफ कपड़े या टिशू पेपर से पोछें, फलों में ऐसे फलों का प्रयोग करना चाहिए जिनके छिलके होते है जैसे केला, अनार, डॉक्टर मोहता ने बताया कि कोरोना का बचाव ही उपचार है, लेकिन अगर किसी मे इसके लक्षण नजर आए तो उसे तुरंत चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिए।