देर रात मकान में आग लगने से दम्पती और दो बेटियां जिंदा जले
जोधपुर.
शास्त्रीनगर थानान्तर्गत सुभाष नगर के मकान में रविवार देर रात भीषण आग से वृद्ध दम्पती व दो पुत्रियां जिंदा जल गईं। मकान में चार जने ही रहते थे। आग दुर्घटनावश लगी है या सामूहिक आत्महत्या के लिए लगाई है इसकी जांच की जा रही है।
पुलिस कमिश्नर जोस मोहन ने बताया कि मूलत: उत्तर प्रदेश हाल सुभाष नगर निवासी सुभाष चौधरी के मकान में रात को भीषण आग लग गई। मकान के सभी दरवाजे अंदर से बंद थे। सुभाष चौधरी उनकी पत्नी व दो पुत्रियां जिंदा जली हैं। जांच के लिए एफएसएल को बुलाया गया है। आग शॉर्ट सर्किट से लगी या अन्य कोई कारण रहे, जांच के बाद स्पष्ट हो सकेगा। सुभाष चौधरी की सबसे बड़ी पुत्री शादीशुदा है। जो चण्डीगढ़ के पंचकुला में रहती हैं। पुलिस ने उन्हें सूचित किया। जो संभवत: सोमवार को जोधपुर पहुंचेगी। पुलिस कमिश्नर जोस मोहन, पुलिस उपायुक्त आलोक श्रीवास्तव सहित पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। देर रात जिला कलक्टर इन्द्रजीत भी मौके पर आए।
दरवाजे तोड़कर अंदर घुसी पुलिस व दमकल
मकान में सुभाष चौधरी (75), पत्नी नीलम (70), पुत्री पल्लवी (50) व लावण्या (45) रहते थे। इन चारों के जिंदा जलने की आशंका है। एक पुत्री विकलांग थी। आस-पास के लोगों की सूचना पर पुलिस व एक दमकल मौके पर पहुंची। दरवाजे तोड़कर पुलिस व दमकलकर्मी अंदर पहुंचे और आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक सभी जल चुके थे। आग शॉर्ट सर्किट या अन्य किसी कारण से लगी हो सकती है।
कंकाल में तब्दील हो चुके थे चारों शव
डीसीपी आलोक श्रीवास्तव का कहना है कि रात 9.30 बजे आग लगने की सूचना मिली। मकान अंदर से बंद था। ऐसे में दरवाजा तोड़कर पुलिस व दमकलकर्मी अंदर घुसे। मकान में चार जने ही रहते थे। आग इतनी भीषण थी कि सभी के शव कंकाल में तब्दील हो गए थे। ऐसे में तीन से चार जनों की मृत्यु का अंदेशा है। एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए।
एक ही कमरे में होने से आत्महत्या का अंदेशा
पुलिस का कहना है कि पूरे मकान में चार जने ही रहते थे। सभी शव एक ही कमरे में मिले हैं। किसी बाहरी व्यक्ति ने आग नहीं लगाई है। सभी घरवालों के एक ही कमरे में होने से जानबूझकर आग लगाए जाने का अंदेशा जताया जा रहा है। फिलहाल जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।