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आचार्य महाश्रमण मय हुआ भिलवाड़ा, कल होगा तेरापंथ नगर में मंगल प्रवेश

शांति व अहिंसा का संदेश देने वाले तेरापंथ धर्म संघ के 11 वें आचार्य महाश्रमण के चातुर्मास के ऐतिहासिक पल के लिए पूरा भीलवाड़ा शहर तैयार हैं। उनके स्वागत और अभिनंदन के लिए पूरे शहर के मार्ग सज चुके है। पूरे मार्ग पर जगह -जगह होर्डिंग्स, बैनर और स्वागत द्वार लग चुके हैं। उनके चातुर्मासिक स्थल तेरापंथ नगर आदित्य विहार में सारी तैयारियां हो गई है। यहां रविवार सुबह 9 बजकर 21 मिनट पर उनका मंगल प्रवेश होगा। उनका शनिवार को प्रवास शहर में राजेन्द्र मार्ग स्कूल के बजाय चित्तौड़गढ़ रोड स्थित स्कूल ही रहेगा।
इससे पूर्व शुक्रवार सुबह आचार्य अपनी धवल सेना के साथ जी स्कूल में पहुंचे। पूरी यात्रा के दौरान लोगों ने जगह-जगह उनका स्वागत किया। लोगों ने आचार्य के जयकारे लगाए। उनके सामने श्रद्धावनत हो गए। आचार्य के प्रवेश के बाद पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से स्कूल का मुख्य द्वार बंद कर दिया। भीड़ कम होने पर बाद में एक-एक करके लोगों को अंदर जाने दिया गया। आचार्य के ससंघ में शामिल साध्वी प्रमुख कनक प्रभा और अन्य साध्वी स्कूल के सामने स्थित आईटीआई में ठहरे हैं
हिंसा पतन का मार्ग
शनिवार को ऑनलाइन प्रवचन में आचार्य ने कहा कि हम अहिंसा यात्रा कर रहे हैं। अहिंसा को व्यक्ति गहराई से समझें, यह बहुत जरूरी है। हिंसा-अहिंसा दो विरोधी तत्व है। अहिंसा को परम धर्म कहा गया है। इस संसार में सभी प्राणियों को अपना जीवन प्रिय है, तो फिर क्यों व्यक्ति किसी अन्य को हानि-कष्ट पहुंचाने का प्रयास करता है। ज्ञानी के ज्ञान का सार अहिंसा है। जिसने अहिंसा को समझ लिया और जीवन में उतार लिया, उसने फिर आध्यात्म को पा लिया। हिंसा से एक ओर जहां दूसरों को कष्ट पहुंचता हैं, वहीं व्यक्ति की स्वयं की आत्मा पतन की ओर जाती है। कार्यक्रम में मुनि जितेन्द्र कुमार ने भी विचार रखे। इस अवसर पर बहिर्विहार से समागत साध्वी साधना, साध्वी मधुबाला, साध्वी ललितकला, साध्वी योगप्रभा, साध्वी प्रसन्नयशा, साध्वी मधुर्यप्रभा ने अभिव्यक्ति दी।
आचार्य का जी स्कूल में ही रहेगा प्रवास
आचार्य महाश्रमण का शनिवार को भी जी स्कूल में ही प्रवास रहेगा। 18 जुलाई को ही अब तेरापंथ नगर में मंगल प्रवेश होगा। उधर नगरीय विकास मंत्री शान्तिलाल धारीवाल शाम को जी स्कूल पहुंचकर आचार्य के दर्शन कर आर्शीवाद लिया। इस दौरान उन्होंने कोटा जैन समाज के साथ फिर से आने की बात कहीं। इस दौरान अनिल डांगी भी उनके साथ थे।


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