फांसी के फंदे पर लटकी मिली विवाहिता के पति पर देहज हत्या का केस दर्ज
श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के मोमासर गाँव मे विवाहिता ने फांसी लगाकर कर अपनी जान दे दी थी, इस सम्बंध में मृतका के भाई ने अपने जीजा के खिलाफ देहज हत्या का केस दर्ज करवाया है।
सरदारशहर तहसील के गांव खेजड़ा दिखनादा निवासी चेतनराम नाई की पुत्री रामेती का विवाह 11 जून 2015 को मोमासर निवासी रुक्मानंद के साथ हुआ था। विवाह के बाद रामेती ने एक बेटे और एक बेटी को जन्म दिया। लेकिन रामेती के जीवन का अंत 5 जुलाई 2021 को फांसी के साथ हुआ। इस सम्बंध में मृतका के भाई ने अपने जीजा रुक्मानंद के खिलाफ दहेज प्रताड़ना देते हुए फांसी पर लटकाकर मार देने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है।
दिलीपकुमार ने पुलिस को बताया कि उसके जीजा ने शादी के बाद से ही अपनी बहन को दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया था। 3 जुलाई को उसकी बहन को 5 लाख रुपये और मोटर साइकिल की मांग करते हुए घर से निकाल दिया था। रामेती ने पीहर आकर इसकी जानकारी माता पिता को दी। इस पर उसके पिता चेतन राम 4 जुलाई को उसकी बहन को लेकर वापस मोमासर आए और उसके बहनोई से समझाइश की। इस पर उसके बहनोई ने रामेती को ससुराल छोड़ कर चले जाने को कहा। इसके बाद चेतनराम अपने धर्मभाई मनीराम ज्याणी के घर लिखमादेसर चले गए।
5 जुलाई को वापस रामेती की ससुराल आये तो रामेती ने बताया कि रुक्मानन्द ने उसके साथ रातभर मारपीट की और जान से मारकर दूसरा विवाह करने की धमकी दी। चेतनराम ने रुक्मानंद से समझाइश की तो उसने आइंदा ऐसा नही होने की बाद कही।
इस पर उसके पिता मोमासर से रवाना होने को बस में बैठ गए, बस रवाना हुई तो रुक्मानंद ने उन्हें वापस बस से उतारा और मोटर साइकिल से खेत ले गया। जहां रामेती फांसी पर लटकी हुई थी। ये देख उसके पिता अपना होश हवाश खो बैठे और अपने पुत्र दिलीप को भी ये बात नही बता पाए। लेकिन अब सामान्य होने पर पूरी वारदात बताई। इस पर दिलीप कुमार ने श्रीडूंगरगढ़ थाने पहुंचकर अपने जीजा रुक्मानन्द के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। मामले की जांच सीओ श्रीडूंगरगढ़ आरपीएस दिनेश कुमार करेंगे।