अजमेर सांसद भूपेंद्र यादव बने मोदी सरकार में बने केबिनेट मंत्री
राजस्थान से राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। मोदी कैबिनेट के विस्तार में फिलहाल राजस्थान के सांसदों में से केवल एक को ही मंत्री बनने का मौका मिला है। अजमेर से संबंध रखने वाले भूपेंद्र यादव दूसरी बार राजस्थान से राज्यसभा सांसद हैं। केंद्र में भूपेंद्र यादव के मंत्री बनने के बाद अब राजस्थान से चार मंत्री हो गए हैं। राजस्थान से अब भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत कैबिनेट मंत्री हैं जबकि अर्जुन मेघवाल और कैलाश चौधरी राज्य मंत्री हैं।
भूपेन्द्र यादव के केन्द्रीय मंत्रिमंडल में केबीनेट मंत्री बनने पर तोलाराम मारू पूर्व जिला मंत्री भाजपा बीकानेर देहात निवासी श्रीडूंगरगढ़ ने खुशी जाहिर करते हुए यादव के लिए शुभकामनाएं प्रषित की। मारू ने कहा कि भूपेंद्र यादव हमेशा रचनात्मक जनहित कार्यों में सक्रिय रहे है।
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भूपेंद्र यादव अमित शाह के नजदीकी हैं। भूपेंद्र यादव ने 2013 के विधानसभा चुनावों से पहले वसुंधरा राजे के नेतृत्व में निकाली गई सुराज संकल्प यात्रा के संयोजक थे। यादव ने ही सुराज संकल्प यात्रा का पूरा मैनेजमेंट संभाला था। अमित शाह की चुनाव मैनेजमेंट की कोर टीम का हिस्सा रहे हैं। यूपी, बिहार सहित कई राज्यों में भूपेंद्र यादव चुनाव मैनेजमेंट की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। यूपी विधानसभा चुनावों के हिसाब से जातीय समीकरण साधने का मैसेज देने की दिशा में भी यादव को केंद्र में मंत्री बनाने के पीछे एक कारण बताया जा रहा है।
हरियाणा मूल के यादव अजमेर में पले-पढ़े हैं
30 जून 1969 को जन्मे डॉ. भूपेंद्र यादव का अजमेर सहित राजस्थान से गहरा नाता है। हरियाणा के गुड़गांव क्षेत्र के निवासी यादव के पिता लंबे समय तक रेलवे में अजमेर में तैनात रहे, अजमेर में घर बना लिया। भूपेंद्र ने अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान काूलेज से एलएलबी की पढ़ाई की। यादव का अजमेर के कुंदन नगर में घर है।
बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी से शुरूआत, छात्र जीवन से अच्छे वक्ता रहे
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राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाले भूपेंद्र यादव छात्र जीवन से ही बीजेपी की विचारधारा से प्रभावित रहे । छात्र जीवन से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से जुड़े रहे यादव की शिक्षा अजमेर में हुई। यादव शुरुआत से ही अच्छे वक्ता रहे हैंं। कॉलेज की वाद विवाद प्रतियोगिताओं में अग्रणी रहते थे। साल 2000 में उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का महासचिव नियुक्त किया गया। 2010 में भाजपा का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया। 2012 में वे पहली बार राजस्थान से राज्यसभा सांसद बने। 2018 में उन्हें दोबारा राज्यसभा सांसद बनाया गया।
वकालत के दौरान अरूण जेटली के संपर्क में आए, राममंदिर केस की जिम्मेदारी संभालने के बाद तेजी से बढ़ा कद
भूपेंद्र यादव वकालत के दौरान अरुण जेटली के संपर्क में आए। उसके बाद यादव का राजनीतिक सफर हुआ। जेटली ने राम मंदिर केस से संबंधित जिम्मेदारी यादव को सौंपी, इस केस में यादव ने खूब मेहनत की। राम मंदिर केस में भूमिका निभाने के बाद यादव का बीजेपी और संघ में उच्च स्तर पर संपर्क बढ़ा और फिर लगातार तरक्की करते गए। साल 2010 में वे बीजेपी राष्ट्रीय मंत्री बनाए गए, फिर 2012 में राजस्थान से राज्यसभा में भेजे गए, 2018 में राजस्थान से ही दोबारा राज्यसभा सांसद बने।