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मोमासर – वैक्सीन को लेकर जागरूकता की कमी, बार बार सूचना देने पर भी नही आते वेक्सिनेशन के लिए

मोमासर गांव श्रीडूंगरगढ़ उपखण्ड से बड़े गांवो में से एक है। कोरोना की दूसरी लहर ने भी इस गांव में अपना पूरा तांडव दिखाया था, कोरोना से गांव में कई मौत भी हुई, लेकिन इन सबके बाद भी वेक्सिनेशन को लेकर ग्रामीणों में अब भी जागरूकता की कमी है ।
कोरोना से बचाव के लिए वेक्सिनेशन एक ढाल का काम करती है, ग्रामीणों को इसके लिये बार बार समझाया भी जाता है लेकिन इसके बाद भी वेक्सिनेशन के लिए ग्रामीण नही आते। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉक्टर सीताराम यादव ने बताया कि गुरुवार को 200 डोज का वेक्सिनेशन होना था, जिसमे शुरुवात में 150 दूसरी डोज के लिए और 50 पहली डोज के लिये रखा गया था, लेकिन दूसरी डोज लगवाने के लिए सिर्फ 39 लोग ही आये, ऐसे में पहली डोज को 50 से बढाकर 150 किया गया लेकिन पहली डोज लगवाने भी 74 लोग ही आए। इस तरह 200 डोज लगाने का टारगेट 113 पर सिमट गया। इससे पहले लगे शिविरों में भी कमोबेश यही हाल रहा है। वेक्सिनेशन से जुड़े कर्मचारियों कहना है कि ग्रामीणों को बार बार कहने और समझाने के बाद भी वैक्सीन लगवाने को नही आते है।
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गाँव के जिम्मेवार लोगों को चाहिए कि ग्रामीणों के मन मे बैठी भ्रांतियों को दूर करे एंव वेक्सिनेशन के लिये प्रेरित करें।
चिकित्सा अधिकारी प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार को लालासर गांव में वेक्सिनेशन शिविर लगाया जाएगा। जहां कोवेक्सिन पहली और दूसरी डोज 18+ से ऊपर के सभी लोगों को लगाई जाएगी।


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