आड़सर गांव की नासूर बन चुकी गंदे पानी की निकासी की समस्या
गांव आड़सर में गन्दे पानी की निकासी की समस्या का समाधान होना बहुत ही मुश्किल काम हो गया है ग्रामीण पिछले 10 वर्षों से इस जटील समस्या के समाधान हेतु प्रयासरत है चूनाव के समय सभी पार्टी के नेता समाधान का वादा करते है चूनाव बाद पल्ला झाड़ लेते है
गत लोक सभा चूनाव से पूर्व केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने वादा किया था मगर चूनाव बाद ग्रामीणो से बात की तब उन्हौने कोई रूचि नही दिखाई ।
क्षेत्रीय विधायक गिरधारी लाल महिया ने भी चूनाव बाद वादा किया मगर अब शायद भूल गये है गांव के ऐतिहासिक टाडा व बैगेची अपना असित्व खो रहे है ।
चारो और गन्दे पानी का आलम है बरसात का पानी पूरे गांव का यही एकत्रित होने व निकासी का समाधान न होने के कारण आस पास की बस्ती को डूबने का खतरा बना रहता है।
पिछले वर्ष ग्राम पंचायत ने अपने स्तर पर प्रयास शुरु किया था मगर बड़ा प्रोजक्ट है बजट के अभाव में स्थाई समाधान नही हो पाया।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व प्रशासन से ग्रामीण अपील कर रहे है कि इस नासूर बन चुकी समस्या के समाधान करवाने में ग्रामीणो का साथ दे, अन्यथा आंदोलन करना पड़ेगा।