स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, अपने ही जीवित कर्मचारी को मृत बताया
अस्पताल में भर्ती नहीं, डिपार्टमेंट में मृतकों की सूची में शामिल
इस बारे में पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. परमेंद्र सिरोही ने बताया कि पीबीएम अस्पताल के रिकार्ड में राजेश यादव का नाम नहीं है। वहीं जब चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट में राजेश यादव का नाम है। जहां उसे मृत घोषित किया गया है। राजेश का नाम चिकित्सा विभाग की लिस्ट में कैसे पहुंचा, यह जांच का विषय है। CMHO डॉ. ओ.पी. चाहर ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है कि आखिर ये नाम मृतक की सूची में कैसे आया। खास बात यह है कि वो विभाग का ही कर्मचारी है, इसके बाद भी गलती हुई है।
लगातार ड्यूटी पर है राजेश
पिछले छह महीने से राजेश यादव स्वयं लगातार ड्यूटी पर है। अगर उसकी मौत होती तो चिकित्सा विभाग को इसकी सूचना मिलती। विभाग ने रिकॉर्ड भेजने से पहले अपना रिकार्ड भी चैक नहीं किया। वहीं इस मामले में कहीं कोई गड़बड़ी करने की नीयत की भी विभाग जांच कर रहा है।
जांच करवा रहे हैं
इस बारे में सीएमएचओ डॉ. ओ.पी. चाहर ने दैनिक भास्कर को बताया कि मामले की छानबीन करवा रहे हैं। आमतौर पर पीबीएम अस्पताल से यह रिपोर्ट आती है। अगर वहां से नाम नहीं आया है तो हमारे यहां से कैसे जुड़ा है। यह जांच का विषय है।