ताऊ ते चक्रवात को लेकर बीकानेर में भी अलर्ट, सभी अधिकारियों को कलेक्टर ने दिए दिशा निर्देश
जिला कलक्टर ने कहा कि प्रत्येक उपखण्ड अधिकारी, इससे संबंधित सभी व्यवस्थाओं की माॅनिटरिंग खुद करें तथा निचले स्तर तक मशीनरी को मुस्तैद रखा जाए। प्रत्येक उपखण्ड के निजी अस्पतालों को भी इसके लिए निर्देशित कर दिया जाए। आपसी समन्वय की कमी से किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। नगर पालिकाओं तथा ग्राम पंचायत के आपदा राहत से सम्बंधित सम्बन्धी सभी संसाधन तैयार रखे जाएं।
डोर-टू-डोर सर्वे बेहद महत्वपूर्ण
जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना के संभावित रोगियों की प्रारंभिक स्तर पर पहचान करने और इन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के हिसाब से डोर टू डोर सर्वे बेहद महत्वपूर्ण है। इसकी नियमित मोनिटरिंग की जाए तथा यह सुनिश्चित करें कि आईएलआई प्रकृति के मरीजों को तत्काल दवाइयां मिलें। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में सर्वे एक सतत प्रक्रिया है, प्रत्येक उपखण्ड में इसके लिए अधिक से अधिक टीमें गठित हों और यह प्रत्येक घर तक पहुंचें।
क्वारेंटीन अवहेलना की शिकायत करें वेरीफाई
जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीज द्वारा होम क्वारेंटीन नियम की अवहेलना नहीं की जाए, इसके मद्देनजर ‘कोविड क्वारेन्टीन अलर्ट सिस्टम’ के माध्यम से इसकी सतत मोनिटरिंग की जा रही है। इस मोनिटरिंग सिस्टम पर किसी पॉजिटिव मरीज द्वारा कहीं मूवमेंट किया जाना पाया जाता है, तो इसका वेरीफिकेशन किया जाए अवहेलना सिद्ध होने पर सम्बन्धित के विरुद्ध महामारी अधिनियम के तहत कार्यवाही हो।
कोविड प्रबंधन की जानी स्थिति
जिला कलक्टर ने कोविड प्रबंधन की उपखण्डवार स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में अगले दस-बारह दिन अत्यधिक सतर्कता बरती जाए। सभी अधिकारी सतर्क रहें तथा टीम भावना के साथ कार्य करें। सभी फ्रंट लाइन वर्क्स का कोविड वेक्सीनेशन हो जाए। उन्होंने कहा कि सोमवार से कोरोना जांच के लिए एंटीजन टेस्ट प्रत्येक ब्लॉक में भी चालू हो जाएं। इसके लिए अभी आवश्यक तैयारियां कर ली जाएं।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, प्रशिक्षु आईएएस सिद्धार्थ पलानीचमी मौजूद रहे।
पीबीएम सहित सभी अस्पतालों को दिए निर्देश
जिला कलक्टर ने पीबीएम सहित सभी अस्पतालों को भी ताऊते तूफान की चेतावनी के मद्देनजर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पीबीएम अधीक्षक सहित जिला मुख्यालय के सभी निजी चिकित्सालयों को विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में वैकल्पिक संसाधनों को चाक-चौबंद रखने को कहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी जिले भर के चिकित्सकीय संस्थानों की मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया है।