ये खबर आपके लिए जरूरी है – गले मे खराश कोरोना के शुरुआती लक्षण
कोरोना संक्रमण शहर से लेकर गांवों तक पैर पसार रहा है। सुरक्षित रहने के लिए घर से बाहर नहीं निकलें। घर में रहकर ही हम सुरक्षित हैं। यह कहना है सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एनपी सिंह का। डॉ. सिंह का कहना है कि कोविड से बचाव के लिए अपने घरों में ही रहें। नियमित रूप से हाथों को सैनिटाइज करें और शारीरिक दूरी का पालन करें।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित हर मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ती है। ऑक्सीजन की जरूरत केवल उन्हीं मरीजों को पड़ती है, जिसका ऑक्सीजन लेवल 90 फीसद से नीचे पहुंच जाता है। कोरोना का शुरुआती लक्षण अक्सर गले की खराश से शुरू होता है। तेज बुखार आता है, सूखी खांसी भी शुरू हो जाती है।
यह लक्षण दिखते ही चिकित्सक से सलाह लेकर इलाज शुरू कर दें।
किसी में कोरोना का लक्षण दिखता है तो उसे घबराना नहीं चाहिए। अपने नजदीकी चिकित्सक से सलाह लेकर तुरंत दवा शुरू कर देनी चाहिए। समय से इलाज होने पर आराम मिल जाता है। कहा कि अगर खांसी आ रही है और बलगम नहीं निकल रहा हो तो आप सबसे पहले कोरोना की जांच कराएं। बिना चिकित्सक के परामर्श के दवा नहीं खाएं।
ग्रामीण इलाकों में ग्रामीण अनाधिकृत कथित चिकित्सकों के चक्कर में पड़ कर अपना जीवन खतरे में डाल सकते है। ऐसे में जरूरी है कि कोरोना के लक्षण दिखाई देते ही अधिकृत चिकित्सक को दिखाएं और कोरोना की जाँच करवाएं। काफी लोग भय के चलते जाँच करवाने से कतराते है जो की गलत है। ऐसे लोग अपने जीवन के साथ पता नही कितने लोगों का जीवन खतरे में डालते है।
डॉ. सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए तय गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना होगा। यही एकमात्र उपाय है। कहा कि किसी धार्मिक ग्रंथ की तरह की कोविड गाइडलाइन का भी अक्षरश: पालन किया जाना चाहिए। तभी हम इस महामारी से निकल पाएंगे। कोरोना वायरस का प्रसार कोविड मानकों का कड़ाई से पालन करने से ही रूक सकता है। देश व दुनिया में जहां पर भी शारीरिक दूरी, मास्क और सैनिटाइजेशन का पूरी तरह पालन किया गया, वहां संक्रमण काफी हद तक नियंत्रण में रहा है। वायरस का प्रसार जितना अधिक होगा संक्रमण के कारण मौत की संख्या भी उतनी ही बढ़ेगी। देश में संक्रमण के मामले बढ़ने के पीछे मुख्य कारण यह है कि आमजन ने कोविड मानकों का पालन छोड़ दिया है। ऐसे में वायरस को प्रसार का मौका मिल रहा है। डॉ. सिंह ने बताया कि वैक्सीन लगने के बाद व्यक्ति संक्रमित हो सकता है, परंतु वायरस का उसपर गंभीर प्रभाव नहीं होगा।