मोमासर – औपचारिकता वाला शिविर, टेम्परेचर चैक किया और हो गयी कोरोना जाँच
मोमासर में गुरुवार को लगे कोरोना जांच शिविर में विभाग द्वारा महज औपचारिकता पूरी कर समाप्त कर दिया गया। या यह कह सकते है कि दिखावे का शिविर लगा कर इतिश्री कर ली गयी।
पिछले गुरुवार को लगे शिविर में 101 जाँच हुई थी और इन 101 में से 23 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे। वहीं आज लगे शिविर में मात्र 30 लोगों की ही कोरोना जाँच की गई। अन्य लोग जो जांच करवाने के लिए आए उनका टेम्परेचर देख कर वापस भेज दिया गया, और इनको बोला गया कि घर में रहना बाहर मत निकलना।
ग्रामीणों का कहना है कि जब सीमित मात्र की जांच करनी थी तो शिविर लगाने का ही क्या फायदा।
गत गुरुवार को जब गाँव में 23 संक्रमित मिले तो उसके बाद विभाग को चाहिये था कि जांच बढ़ाई जाती, जिससे गाँव मे कोरोना के फैलते संक्रमण को रोका जा सके, लेकिन विभाग ने आँकड़े दबाने के प्रयास में अपनी उदासीनता दिखाते हुए ओपचारिक शिविर का आयोजन कर अपने कार्य की इतिश्री कर ली।
पूर्व जिला परिषद सदस्य सुभाष कमलिया को जब ग्रामीणों द्वारा इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मोमासर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया तो पाया कि चिकित्साकर्मी ग्रमीणों का टेम्परेचर देख कर वापस भेज रहे है। ऐसे में कोरोना के आंशिक लक्षण वाले दो ग्रामीणों को जिनको पहले चिकित्सालय द्वारा भेजा जा चुका था वापस बुलाकर जांच करवाई गई। लेकिन अधिकांश ग्रामीण जो जांच करवाने आए थे वो वापस जा चुके थे। कमलिया ने बताया कि 60-70 लोग जो जाँच करवाने आए थे उनका टेम्परेचर देखकर वापस भेज दिया गया।
आज बीकानेर जिला के मोमासर CHC में कोरोना जांच शिविर ओपचारिकता मात्र रहा ।सिर्फ 30 लोगों के सेम्पल लिए तथा सेम्पलिग के लिए आये लोगों को बहाना बाजी कर वापिस लोटा दिया।
यहाँ गत शिविर में 101 लोगों की जांच में 23 कोरोना संक्रमित मिले थे @ashokgehlot51— सुभाष कमलिया (@KamliyaSubhash) April 29, 2021
मोमासर में पिछले दिनों सूरत, अहमदाबाद एंव अन्य कई शहरों से 50 से 80 के लगभग प्रवासी गॉंव में आये है, जिनकी जांच होनी जरूरी थी लेकिन ऐसा नही हो पाया।
विभाग द्वारा जाँच कम करके आँकड़े दबाने का प्रयास करना कोरोना को बढ़ावा देना है। अगर संक्रमण ज्यादा हो रहा हो तो जाँच दर को बढ़ाना चाहिए जिससे इसके प्रसार को रोका जा सके, लेकिन विभाग ऐसा नही कर रहा है। प्रशासन को चाहिए कि जांच कम करने का ये अघोषित नियम किसके द्वारा बनाया गया है इसके बारे में पता लगाकर गांवों में जाँच की गति बढ़ाये।
इस बारे में मोमासर चिकित्सालय के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉक्टर सीताराम यादव कहा कि मैं तो आज मीटिंग में श्री डूंगरगढ गया हुआ था इसलिए अगर वापस भेजा है तो इसकी जानकारी मुझे नही है