पिता की मौत पर भारत आए बेटे की कोरोना ने ली जान, पत्नी ने वीडियो कॉल से दी अंतिम विदाई
इंदौर. कोरोना के कहर में झकझोर देने वाली तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं. ऐसे ही एक हृदय विदारक तस्वीर इंदौर में मंगलवार को देखने को मिली. आज पंचकुइया मुक्तिधाम में एडीएम राजेश राठौर और एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने मनोज शर्मा नाम के एक युवा शख्स का अंतिम संस्कार किया. शर्मा न तो उनके कोई रिश्तेदार थे न ही पड़ोसी या जानकार. बस इन सरकारी अफसरों ने इंसानियत का फर्ज निभाया. मनोज शर्मा की मौत और उनके अंतिम सफर की ये कहानी बेहद दर्दनाक है.
मनोज शर्मा की मौत कोरोना की वजह से हुई. वो मध्य प्रदेश के सिवनी- बालाघाट के रहने वाले थे. लेकिन फिलहाल चीन में शेन झेन में बैंक में सर्विस कर रहे थे.
3 महीना पहले ही पत्नी और बच्चों के साथ भारत अपने घर आए थे. लेकिन उसी दौरान उनके पिता का निधन हो गया. मां की देखभाल के लिए मनोज यहीं रुक गए और पत्नी और बच्चे को वापस चीन भेज दिया.
12 दिन कोरोना से लड़ाई
इस बीच मनोज को कोरोना हो गया. हालत बिगड़ी तो इलाज के लिए इंदौर के अरविंदो अस्पताल में दाखिल हुए. लेकिन उनकी हालत दिन पर दिन बिगड़ती चली गयी. 12 दिन तक कोरोना से लड़ने के बाद सोमवार को वो जिंदगी की जंग हार गए. मार्च में लौटना था लेकिन…
मनोज शर्मा को मार्च में चीन लौटना था. लेकिन इस बीच चीन ने वहां का वैक्सीन लगाने वालों को ही वीजा देने का नियम लागू कर दिया था. इसलिए वो वापस नहीं जा पाए. और ये भारत यात्रा उनकी ज़िंदगी का आखिरी सफर बन गयी. मनोज की पत्नी को जैसे ही उनकी मौत की सूचना चीन में मिली वो पूरी तरीके से टूट गईं. एक तरफ पति को खोने का गम था तो दूसरी तरफ उनके अंतिम दर्शन और विदाई की व्यवस्था करना कि अब कैसे होगा और कौन करेगा. क्योंकि परिवार में कोई भारत में बचा था तो वो थीं सिर्फ मनोज की बुज़ुर्ग मां.
मीलों की दूरी और बेबस पत्नी
कोरोना के कारण हालात ऐसे हैं कि न तो पत्नी विनिला शर्मा यहां आ सकती थीं. न ही कोरोना से मौत होने के कारण पति मनोज के शव को चीन भेजा जा सकता था. ऐसे कठिन हालात में पत्नी ने पति के अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली CRPF में पदस्थ मनोज के मित्र से संपर्क किया. मित्र ने इंदौर के समाज सेवी संगठन से संपर्क किया. उनकी व्यापारी और युवा समाजसेवी यश प्रेरणा पाराशर से बात हुई. यश ने सारी जानकारी एडीएम राजेश राठौर और एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे को दी.
मानवता का धर्म
मानवता धर्म पूरा करने में पुलिस विभाग और प्रशासनिक अधिकारी भी पीछे नहीं हटे. उन्होंने फौरन कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मनोज शर्मा के अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी की और पूरे हिंदू विधि विधान से मनोज का अंतिम संस्कार किया. मीलों दूर चीन में बेबस बैठी पत्नी विनिला ने वीडियो कॉल के ज़रिए पति को अंतिम विदाई दी. मनोज को मुखाग्नि समाज सेवक यश प्रेरणा पाराशर ने दी.